Electric Cars Ka Future Kya Ho Sakta Hai? 2023

Future Of EV In Hindi: Electric Car Ka Bhavishya Kya Hoga: भारत सरकार और जागृत लोक दिन प्रति दिन प्रदूषण को रुकने और घटाने के लिए Electric Vehicle की ओर अपना रुख मोड़ रहे हैं। ऐसे में, कई लोगों के मन में ये सवाल कौंद रहा है कि Electric Vehicle Ka Bhavishya Kya Hoga?

यदि आपके मन में भी सेम यही सवाल आ रहा हैं तो आपको ये आर्टिकल अंत तक ज़रूर पढ़ना चाहिए। क्योंकि आज के इस आर्टिकल में आपको Electric Vehicle Ka Bhavishya Kya Hoga? इस बारे सभी सवालों के जवाब मिलने वाले हैं।

तो आइये, बढ़ते है मुख्य विषय की ओर और जानते है Electric Cars Ka Future Kya Ho Sakta Hai?:

Electric Vehicle (EV):

Electric Vehicle उसे कहते हैं, जो electric motor द्वारा operate की जाती हैं। इस electric motor को Electrical energy ये battery के द्वारा provide की जाती है।

E-Vehicle की सबसे ख़ास बात ये है कि इसके इस्तेमाल से carbon emissions ना के बराबर होता है। (Future Of EV In Hindi)

Electric Cars Ka Future Kya Ho Sakta Hai?:

Electric Cars Ka Future Kya Ho Sakta Hai: E-Cars को कई बार green cars से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि Electric Vehicles से पर्यावण प्रदूषण नहीं होता है। आपको पता ही है कि Electric Vehicles ये Battery से चलते हैं। वहीं, Electric Cars Battery ख़त्म हो जाने पर ये फिर से रि-चार्ज करनी होती है।

Electric Cars में 3 Phase Induction Motor (PIM) लगी होती हैं, जो कि काफ़ी powerful होती है। आपको बता दे कि ये Motor AC Power से चलती है जिससे Battery से आने वाली DC power को AC Power में convert कर सके।

AC Induction Motor और Petrol – Diesel Engine की तुलना करने पर आप पाएंगे कि AC Induction Motor ये काफ़ी बेहतर Engine है।

वहीं, आए दिन Induction मोटर के बदले IPM Synrm मोटर का Electric Cars में अधिक उपयोग किया जा रहा है। ऐसा इसीलिए क्योकि Induction मोटर की तुलना में IPM Synrm मोटर ये 10% -15% ज़्यादा power produce करती है।

वहीं, Induction मोटर को High Speed में ले जाने पर Back EMF generate होती है। जिसे वज़ह से मोटर की Efficiency व Torque प्रभाव हो सकती है। यही मुख्य वज़ह है कि Synrm Motor को E-Car में उपयोग अधिक किया जा रहा है।

Bharat mein Electric Cars Ka Future Kya Ho Sakta Hai In Hindi:

Electric Cars Ka Future Kya Ho Sakta Hai? इस बात का अंदाज़ा आप निम्नलिखित आंकड़ों और सुचना से लगा सकते हैं:

  1. दुनिया की अगर बात करे तो E-Vehicles का market 21.7 प्रतिशद CAGR से आगे बढ़ रहा है।
  2. एक रिपोर्ट की मुताबिक साल 2021 में 39.21 मिलियन E-Vehicles की तगड़ी बिक्री हुए।
  3. वहीं, भारत की बात करे तो 2022 में 4.19 लाख E-Vehicles की बिक्री हुई। आपको बता दे कि 2020 में यह संख्या मात्र 1.19 लाख Electric Vehicles की बिक्री का था।

आपको बता दे कि भारत का automobile sector ये दुनिया की 5 वा सबसे बड़ी Automobile Industry है। विशेषज्ञों का अनुमान हैं कि 2030 तक भारत का automobile sector ये दुनिया का 3रा सबसे बड़ा Automobile industry बन सकता है।

वहीं, एक Report की माने, तो Indian E-Vehicles industry आने वाले कुछ समय में लगभग 36% के CAGR से बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।

भविष्य में जैसे-जैसे भारत की जनसंख्या बढ़ती जाएंगी, वैसे-वैसे भारत में तेज़ी से E-Vehicles की मांग बढ़ती जाएँगी।

ऐसे में वाहनों की बढ़ती मांग और बढ़ते प्रदुषण के बिच समतोल लाने के लिए पारंपरिक energy resources पर पूरी तरह निर्भर रहना ये स्थायी ऑप्शन नहीं हो सकता क्योंकि भारत अपनी कच्चे तेल की जरूरतों का लगभग 80% कच्चा तेल विदेश से आयात करता है। 

इसी बात को मद्देनज़र रखते हुए, NITI Aayog का लक्ष्य है कि 2030 तक सभी Commercial Cars & Luxury Cars के लिए 70%, private cars के लिए 30%, buses के लिए 40% और दो पहिया और तिन पहिया वाहनों के लिए 80% Electric Vehicles का Market हासिल करना।

भारत के Ministry of Industry की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 3 सालों में, भारत में 0.52 million Electric Vehicles registered किए गए हैं। 2021 में Electric Vehicles ने काफ़ी अच्छी वृद्धि दर्ज की।

Electric Cars Ka Bhavishya Kya Ho Sakta Hai?

(1) राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान

(2) फास्टर एडॉप्शन & मैन्युफैक्चरिंग ऑफ़ हाइब्रिड & इलेक्ट्रिक व्हीकल स्कीम

(3) Loan subvention और income tax में भारी छूट।

(4) Electric Vehicles पर भारी सब्सिडी।

(5) Electric Vehicles के spare parts के आयात पर सीमा शुल्क में काफ़ी रियायत बर्ती हैं।

(6) 2024 तक पंचवर्षीय क्रमबद्ध विनिर्माण कार्यक्रम।

(7) 2030 तक भारत के सड़कों पर 30% Electric Vehicles को दौड़ाने का लक्ष्य रखा है।

(8) Electric Vehicles पर GST नियमित कारों की तुलना में कम किया है। वहीं, Electric Vehicles पर GST 5% व नियमित कारों पर 28% है।

India Me Electric Cars Ka Future Kya Hai?

Future Of EV In Hindi: दिन प्रति दिन दुनिया भर में बढ़ते पर्यावरण ने पृथ्वी और इंसानी जीवन को बड़े ख़तरे में डाल दिया है। ऐसे में, बढ़ती आबादी और बढ़ती इंधन उपभोग की मांग ने पर्यावरण को काफ़ी बुरी क्षति पहुंचाई है।

इसीलिए, विश्व के सभी बड़े-छोटे देश एकसाथ होकर इस संकट का समाधान निकालने में जोरो-शोरो से जुटे हैं। इसीलिए G20 Summit हो या UN की आम सभा हो, सभी अंतराष्ट्रीय मंचों पर zero carbon emissions (ZCE) पर चर्चा हो रही हैं।

वर्तमान में Zero Carbon Emissions के टारगेट को हासिल करने के लिए EV ये आशा की एक किरण बनकर उभरी है।

कई पश्चिमी देशों ने जैसे फ्रांस, नार्वे, UK, और जर्मनी आदि देशों ने 2025 तक Non-Electric Vehicles (NEV) पर प्रतिबंध लगाने के लिए नियम बनाने की बात कही हैं।

वहीं, जब हम भारत के संदर्भ में इसे देखते हैं, तो Electric Vehicles का भविष्य काफ़ी सकारात्मक परिणाम लानेवाला लगता है।

एक रिपोर्ट के अनुसार ये अनुमान  है कि Global Electric Vehicle Market 2021 में 4,093 हजार यूनिट CAGR से बढ़कर 2030 तक 34,756 हजार यूनिट 26.8% CAGR से बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।

भारत के लोग और सरकार भी इस बदलाव का हिस्सा बनने में अपना Interest दिखा रहे हैं। यही वजह है कि भारत जल्द ही Electric Vehicles का Hub बनने की ओर अग्रसर है। 

हालांकि, भारत को E-Vehicles का Hub बनने के लिए कई व्यापक प्रयास करने होंगे। जैसे की Make in India जैसे कार्यक्रम के तहत Electric Vehicles और इसके spare parts के निर्माण से 2024 तक GDP में 25 % से 30 % की भागीदारी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।

भारत के लोग भी अब E-Vehicles के प्रति अपना interest दिखा रहे है। वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ़ Delhi NCR में लगभग एक लाख Electric rickshaws दौड़ रहे हैं।

इसके अलावा, भारत के लगभग हर बड़े और कुछ छोटे शहरों में e-rickshaws दौड़ते हुए दिखाई दे रहे है। इसके साथ-साथ ही दु-पहिया, ती-पहिया और चो-पहिया Electric Vehicles भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं।

इसके अलावा, भारत में अब हर जगह charging stations खोल रहे हैं, जिस वज़ह से E- Vehicles चलाने वालो की तादाद आए दिन बढ़ती जा रही है।

वहीं, E-Vehicles ये पेट्रोल-डीज़ल पर चलने वाले वाहनों की तुलना में अधिक माइलेज दे रहे हैं। जिस वजह से भारत के लोग Electric Vehicles की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं।

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